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दुख के साए में उदपुर: दो बहूतेरे बचपन एक साथ खोए, पूरा गांव रो पड़ा

चौसाना। सोमवार सुबह लगभग 11:15 बजे उद्पुर में यमुना नदी में डूबने से हुई मौतों में जैदऔर अब्दुल रहमान के जनाजे को लेकर सोमवार की रात एक दिल दहला देने वाला दृश्य सामने आया। जैसे-जैसे यह घटना की जानकारी गांवों में फैली, रिश्तेदारों, दोस्तों और मिलने वालों का तांता लगना शुरू हो गया। शाम होते-होते हजारों की संख्या में लोग जनाजे में शामिल हुए, जिनमें ग्राम मंगलौरा, उदपुर, सकौती, नाई नगला, अजीजपुर, गुज्जरपुर, कमालपुर सहित कई अन्य गांवों के लोग मौजूद थे। कुल मिलाकर लगभग 3,000 से 3,500 लोग इस दुखद घड़ी में शोकाकुल थे। जनाजे का सुपुर्दे-खाक का समय रात्रि 9:30 बजे तय किया गया था, जो ईशा की नमाज के बाद रखा गया था। जैसे ही यह सूचना आसपास के गांवों में फैली, हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग मिलकर इस दुखद घटना में सहभागी बने। दोनों शवों को एक साथ, एक गमगीन माहौल में दफनाया गया। एक साथ दो जनाजे जाते हुए लोगों की आंखें इस दर्दनाक मंजर को बर्दाश्त नहीं कर पा रहीं थीं। इस दृश्य को देखकर जनाजे में शामिल सभी लोग गहरे भावुक हो गए, हर कोई अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहा था। शोकाकुल परिवारों के सामने इस मुश्किल समय में क्षेत्रीय विधायक नाहिद हसन भी इस दर्दनाक घड़ी में शामिल हुए और परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए उनके साथ खड़े रहे। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई, और महिलाओं का रो रोकर बुरा हाल था, हर किसी की आंखें नम थीं। यह घटना पूरे इलाके में गहरा शोक लेकर आई, जनाजे को एक साथ देखकर उदपुर के ग्रामीण भावुक हो उठे, उनके दिलों में सिर्फ गहरा दुख और वेदना समाई हुई थी।

संवादाता: अतहर राणा 

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